Basant Ki Vaar in Hindi

Basant Ki Vaar in Hindi

Basant Ki Vaar in Hindi

Click here to read in Punjabi Click here to read in English

 

Basant Ki Vaar in Hindi

बसंत की वार महलु ५
ੴ सतिगुर प्रसादि ॥

हरि का नामु धिआइ कै होहु हरिआ भाई ॥
करमि लिखंतै पाईऐ इह रुति सुहाई ॥
वणु त्रिणु त्रिभवणु मउलिआ अम्रित फलु पाई ॥
मिलि साधू सुखु ऊपजै लथी सभ छाई ॥
नानकु सिमरै एकु नामु फिरि बहुड़ि न धाई ॥१॥

पंजे बधे महाबली करि सचा ढोआ ॥
आपणे चरण जपाइअनु विचि दयु खड़ोआ ॥
रोग सोग सभि मिटि गए नित नवा निरोआ ॥
दिनु रैणि नामु धिआइदा फिरि पाइ न मोआ ॥
जिस ते उपजिआ नानका सोई फिरि होआ ॥२॥

किथहु उपजै कह रहै कह माहि समावै ॥
जीअ जंत सभि खसम के कउणु कीमति पावै ॥
कहनि धिआइनि सुणनि नित से भगत सुहावै ॥
अगमु अगोचरु साहिबो दूसरु लवै न लावै ॥
सचु पूरै गुरि उपदेसिआ नानकु सुणावै ॥३॥१॥

Basant Ki Vaar in Hindi