Gagan Mein Thaal Aarti Lyrics in Hindi
Gagan Mein Thaal Aarti Lyrics in Hindi
Gagan Mein Thaal Aarti Lyrics in Hindi
Gagan Mein Thaal Aarti Lyrics in Punjabi
Gagan Mein Thaal Aarti Lyrics in Hindi
रागु धनासरी महला १ ॥
गगन मै थालु रवि चंदु दीपक बने तारिका मंडल जनक मोती ॥
धूपु मलआनलो पवणु चवरो करे सगल बनराइ फूलंत जोती ॥१॥
Gagan Mein Thaal Aarti Lyrics in Hindi
कैसी आरती होइ ॥
भव खंडना तेरी आरती ॥
अनहता सबद वाजंत भेरी ॥१॥ रहाउ ॥
सहस तव नैन नन नैन हहि तोहि कउ सहस मूरति नना एक तोही ॥
सहस पद बिमल नन एक पद गंध बिनु सहस तव गंध इव चलत मोही ॥२॥
सभ महि जोति जोति है सोइ ॥
तिस दै चानणि सभ महि चानणु होइ ॥
गुर साखी जोति परगटु होइ ॥
जो तिसु भावै सु आरती होइ ॥३॥
हरि चरण कवल मकरंद लोभित मनो अनदिनो मोहि आही पिआसा ॥
क्रिपा जलु देहि नानक सारिंग कउ होइ जा ते तेरै नाइ वासा ॥४॥३॥
नामु तेरो आरती मजनु मुरारे ॥
हरि के नाम बिनु झूठे सगल पासारे ॥१॥ रहाउ ॥
नामु तेरो आसनो नामु तेरो उरसा नामु तेरा केसरो ले छिटकारे ॥
नामु तेरा अ्मभुला नामु तेरो चंदनो घसि जपे नामु ले तुझहि कउ चारे ॥१॥
नामु तेरा दीवा नामु तेरो बाती नामु तेरो तेलु ले माहि पसारे ॥
नाम तेरे की जोति लगाई भइओ उजिआरो भवन सगलारे ॥२॥
नामु तेरो तागा नामु फूल माला भार अठारह सगल जूठारे ॥
तेरो कीआ तुझहि किआ अरपउ नामु तेरा तुही चवर ढोलारे ॥३॥
दस अठा अठसठे चारे खाणी इहै वरतणि है सगल संसारे ॥
कहै रविदासु नामु तेरो आरती सति नामु है हरि भोग तुहारे ॥४॥३॥
स्री सैणु ॥
धूप दीप घ्रित साजि आरती ॥
वारने जाउ कमला पती ॥१॥
मंगला हरि मंगला ॥
नित मंगलु राजा राम राइ को ॥१॥ रहाउ ॥
ऊतमु दीअरा निरमल बाती ॥
तुही निरंजनु कमला पाती ॥२॥
रामा भगति रामानंदु जानै ॥
पूरन परमानंदु बखानै ॥३॥
मदन मूरति भै तारि गोबिंदे ॥
सैनु भणै भजु परमानंदे ॥४॥२॥
सुंन संधिआ तेरी देव देवाकर अधपति आदि समाई ॥
सिध समाधि अंतु नही पाइआ लागि रहे सरनाई ॥१॥
लेहु आरती हो पुरख निरंजन सतिगुर पूजहु भाई ॥
ठाढा ब्रहमा निगम बीचारै अलखु न लखिआ जाई ॥१॥ रहाउ ॥
Gagan Mein Thaal Aarti Lyrics in Hindi
ततु तेलु नामु कीआ बाती दीपकु देह उज्यारा ॥
जोति लाइ जगदीस जगाइआ बूझै बूझनहारा ॥२॥
पंचे सबद अनाहद बाजे संगे सारिंगपानी ॥
कबीर दास तेरी आरती कीनी निरंकार निरबानी ॥३॥५॥
गोपाल तेरा आरता ॥
जो जन तुमरी भगति करंते तिन के काज सवारता ॥१॥ रहाउ ॥
दालि सीधा मागउ घीउ ॥
हमरा खुसी करै नित जीउ ॥
पन्हीआ छादनु नीका ॥
अनाजु मगउ सत सी का ॥१॥
गऊ भैस मगउ लावेरी ॥
इक ताजनि तुरी चंगेरी ॥
घर की गीहनि चंगी ॥
जनु धंना लेवै मंगी ॥२॥४॥
गोपाल तेरा आरता ॥
सवैया ॥
याते प्रसंनि भए है महां मुनि देवन के तप मै सुख पावैं ॥
जग करै इक बेद ररै भवताप हरै मिलि धिआनहि लावैं ॥
झालर ताल म्रिदंग उपंग रबाब लीए सुर साज मिलावैं ॥
किंनर गंध्रब गान करै गनि जॱछ अपॱछर निरत दिखावैं ॥५४॥
संखन की धुन घंटनि की करि फूलन की बरखा बरखावैं ॥
आरती कोट करै सुर सुंदर पेख पुरंदर के बलि जावैं ॥
दानव दॱछन दै कै प्रदॱछन भाल मै कुंकम अॱछत लावैं ॥
होत कुलाहल देवपुरी मिलि देवन के कुलि मंगलि गावै ॥५५॥
लै बरदान सभै गुपीआ अति आनंद कै मन डेरन आई ॥
गावत गीत सभै मिल कै इक ह्वैकै प्रसंनय सु देत बधाई ॥
Gagan Mein Thaal Aarti Lyrics in Hindi
पाइ गहे जब ते तुमरे तब ते कोऊ आंख तरे नही आनयो ॥
राम रहीम पुरान कुरान अनेक कहैं मत एक न मानयो ॥
सिम्रिति सासत्र बेस सबै बहु भेद कहै हम एक न जानयो ॥
स्री असपान क्रिपा तुमरी करि मै न कहयो सभ तोहि बखानयो ॥
Gagan Mein Thaal Aarti Lyrics in Hindi
दोहिरा ॥
सगल दुआर को छाडि कै गहिओ तुहारो दुआर ॥
बांहि गहै की लाज अस गोबिंद दास तुहार ॥
ऐसे चंड प्रताप ते देवन बढिओ प्रताप ॥
तीन लोक जै जै करै ररै नाम सति जापि ॥
चॱत्र चक्र वरती चत्र चक्र भुगते ॥
सुयंभव सुभं सरब दा सरब जुगते ॥